तुम दूर क्यों हो गयी…ये सवाल हमेशा रहता है …
तुमने दर्द इतना सहा …के दर्द भी तुम्हे और दर्द दे न पाया !!
तू चली गयी !!
ये जानते है हम …तुम जीना चाहती थी…
चाहा था तुमको जीने का सलीका सीखा देंगे…
जाते जाते तूने ही सीखा दिया…
मौत ज़िन्दगी का सच हैं!!
दुआ है तुम उस दुनिया में खुश रहो !!
न हुए दूर तुमसे …न जा सकते है…
बस आँखों से दूर हो गयी हो …
दिल में हमेशा मेरी प्यारी बहन की तरह रहती हो …!
तुम दूर क्यों हो गयी…ये सवाल हमेशा रहेगा …
पर दर्द से दूर हो गयी इस बात की तसल्ली रहती है !!
आज कहना बस यही है – तुम्हें याद कर रहे हैं …
तू चली गई … पर तेरी दुआ कर रहे है !!